Premchand's writings
पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤šà¤¨à¥à¤¦ ने अपने नाते के मामू के à¤à¤• विशेष पà¥à¤°à¤¸à¤‚ग को लेकर अपनी सबसे पहली रचना लिखी। १३ साल की आयॠमें इस रचना के पूरा होते ही पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤šà¤¨à¥à¤¦ साकहतà¥à¤¯à¤•ार की पंकà¥à¤¤à¤¿ में खड़े हो गà¤à¥¤ सनॠ१८९४ ई० में "होनहार बिरवार के चिकने-à |